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अंतर्राष्ट्रीय उड़ान सुरक्षा मानकों में भारत कौन-सी श्रेणी का दर्जा मिला?



अंतर्राष्ट्रीय उड़ान सुरक्षा मानकों में भारत कौन-सी श्रेणी का दर्जा मिला?

1. दूसरी

2. तीसरी

3. पहली

4. चौथी

उत्तर- 3

भारत की अंतर्राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा आकलन रेटिंग श्रेणी 1 में बनी रहेगी क्योंकि देश विमानन सुरक्षा निरीक्षण के लिए अंतर्राट्रीय मानकों को पूरा करता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा विमान संचालन, उड़ान योग्यता और कार्मिक लाइसेंसिंग के क्षेत्रों में नागरिक उड्डय महानिदेशालय का ऑडिट करने के बाद भारत को श्रेणी 1 का दर्जा मिला। 


एफएए अपने अंतर्राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा आकलन (International Aviation Security Assessment- IASA) कार्यक्रम के तहत यह निर्धारित करता है कि कोई देश अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) द्वारा निर्धारित सुरक्षा मानकों का अनुपालन करता है या नहीं।


अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (International Civil Aviation Organization)


आईसीएओ संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट एजेंसी है, जिसे वर्ष 1944 में स्थापित किया गया था, जिसने शांतिपूर्ण वैश्विक हवाई नेविगेशन के लिए मानकों और प्रक्रियाओं की नींव रखी।

अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संबंधी अभिसयम/कन्वेंशन पर 7 दिसंबर, 1944 को शिकागो में हस्ताक्षर किए गए। इसलिए इसे शिकागो अभिसमय भी कहते हैं। इसका मुख्यालय मॉन्ट्रियल, कनाडा में स्थित है। 

शिकागो कन्वेंशन ने वायु मार्ग के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय परिवहन की अनुमति देने वाले प्रमुख सिद्धांतों की स्थापना की और आईसीएओ के निर्माण का भी नेतृत्व किया।

इसमें अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में विमानन अधिकार, विमानों का पंजीकरण, सुरक्षा मानक, हवाई यातायात नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण सहित कई मुद्दों को शामिल किया गया है। 

संगठन का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन योजना के विकास को बढ़ावा देना है, ताकि विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के सुरक्षित और व्यवस्थित विकास को सुनिश्चित किया जा सके।

इसके सदस्यों की संख्या 193 है, भारत भी इसका सदस्य है।

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