रोलिंग प्लान से क्या तात्पर्य है? इसकी शुरुआत किसने की तथा भारत में इसे कब लागू किया गया?



रोलिंग प्लान से तात्पर्य अनवरत योजना से होता है। इस धारणा का जन्मदाता ‘गुन्नार मिर्डल’ को माना जाता है। इस योजना की शुरुआत तो वार्षिक योजनाओं के माध्यम से होती है, परन्तु आगे चलकर वार्षिक योजनाओं को दीर्घावधि योजनाओं का भाग बना दिया जाता है। इस प्रकार योजना अनवरत रूप से चलती रहती है। योजनाओं का मूल्यांकन वार्षिक आधार पर किया जाता है और इसी आधार पर आगे की योजनाओं के नये उद्देश्य निर्धारित किये जाते हैं। भारत के योजना निर्माण में इसे सर्वप्रथम जनता सरकार द्वारा अप्रैल 1978 में लागू किया गया। परन्तु इन्दिरा सरकार ने 1 अप्रैल, 1980 को इसका त्याग कर दिया।

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