Super Bug तेल चाटने वाला 'सुपर बग'


‘सुपर बग’ जेनेटिक इंजीनियरिंग द्वारा विकसित एक ऐसा जीवाणु (बैक्टीरिया) है जो तेल को बड़े चाव से खाता है। यह बैक्टीरिया ‘स्यूडोमोनास’ प्रजाति का है। इसका विकास नागपुर के पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है। इस बैक्टीरिया के विकास से अब जल में रिसे तेल को रासायनिक विधि द्वारा समाप्त करने की आवश्यकता नहीं रह गई है। 
इस कार्य हेतु तीन जीवाणु तय किये गये हैं। इन तीन जीवाणुओं में से एक प्रजाति तेल को पायसीकृत करती है तथा दूसरी कम कार्बन परमाणुओं वाले तेल यौगिकों को और तीसरी प्रजाति अधिक कार्बन परमाणुओं वाले तेल यौगिक को तोड़ती है। इन जीवाणुओं द्वारा समुद्र में रिसे तेलाों का 80 प्रतिशत 48 घंटे के अंदर ही समाप्त कर दिया जाता है।

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