सांप के काटने पर इलाज के लिए अपनायें ये सावधानी



WHO के मुताबिक हर वर्ष 83,000 लोग सांप के काटने सेे षिकार होते हैं और उनमें से 11,000 की मौत हो जाती है।
भारत में सांप की लगभग 500 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें से मात्र 10 ऐसी प्रजातियां हैं जो जहरीली होती हैं, जिनमें प्रमुख रस्सेल वाइपर, कोबरा (नाग) स्केल्ड वाइपर और करैत आदि है।
लक्षण-
जहरीले सांपों के काटने पर दांतों के दो निषान अलग ही दिखाई देते हैं। बिना जहरीले सांप के काटने पर दो से ज्यादा निषान होते है।

क्या करें ?

ऽ    काटी गई जगह को साबुन से धोए
ऽ    दांत के निषान की जांच करें, यदि दो दांत के निषान है तो सांप जहरीला है
ऽ    काटे हुए अंग को हिलाए-डुलाए नहीं
ऽ    यदि हाथ में सांप ने काटा है तो उसे नीचे की ओर लटकाकर रखें ताकि जहर को हृदय तक पहुंचने में देर लग सके।
ऽ    यदि पैर में काटा है तो पलंग पर इस तरह लिटाये कि मरीज के पैर नीचे लटके रहें।
ऽ    मरीज व्यक्ति को धीरज बंधाएं, क्योंकि घबराहट से हृदयगति (धड़कन) तेज होने से खून की गति भी तेज होती है जिससे जहर पूरे शरीर में तेजी से फैल जायेगा
ऽ    व्यक्ति को बेहोष नहीं होने दें
ऽ    मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाएं
ऽ    यदि जहरीले सांप ने काटा है तो Anti Venom Snake-AVS का इंजेक्षन डॉक्टर की सलाह से लगवाएं

यह न करें ?

ऽ    बर्फ अथवा अन्य गर्म पदार्थ का प्रयोग काटी हुई जगह पर न करें
ऽ    डोरी कसकर न बांधे, इससे ज्यादा खून बहने की संभावना है
ऽ    अप्रषिक्षित व्यक्ति Turnikate न बांधे। इससे सम्बंधित अंग में खून का प्रवाह पूरी तरह रूक सकता है एवं सम्बंधित अंग ही नष्ट हो सकता है।
ऽ    सांप के काटी जगह से दो इंच ऊपर कपड़े की पट्टी अथवा रस्सी कसकर बांध दें। पट्टी लगभग एक इंच चौड़ी होना चाहिए, यह काम काटने के 20 मिनट के अंदर बांधनी चाहिए।
ऽ    पट्टी इतना टाइट भी नहीं बांधना चाहिए जिससे खून का प्रवाह पूरी तरह बंद हो जाए
ऽ    काटे गई जगह पर चीरा न लगाए
ऽ    घायल को चलने से रोके
ऽ    मरीज को अपने मन से कोई दर्द निवारक दवा नहीं दें
ऽ    मुंह से काटी हुई जगह से चूसकर जहर न निकाले
ऽ    मंत्र या किसी तांत्रिक के झांसे में न आयें

सामान्य जानकारीः-
ऽ    डरे नहीं और चिन्ता न करें, क्योंकि सभी सांप जहरीले नहीं होते
ऽ    सभी जहरीले सांपों के पास हर समय पूरा जहर नहीं होता है
ऽ    सांप के काटने के उपरान्त काटने के निषान की जांच करें। (बिना जहर के सांप के काटने से भी घाव के आसपास सूजन और खुजली होती है)
ऽ    सांप के जहर के अनुसार Anti Venom Snake-AVS  (एन्टीवेनम) का इंजेक्षन लगवाए
सांप के काटने से मृत व्यक्तियों में से आधे से अधिक बिना जहर सांप के काटने से मरते हैं अर्थात् सांप के काटने के भय से ही मर जाते हैं।

सांप को दूर रखने के तरीकेः-
सांप के बील में कार्बोलिक एसिड डाल दें, जिसकी गंध से सांप दूर चले जाते हैं।
मुर्गी के चूजे और चूहों को घर से दूर रखें।

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