लॉर्ड विलियम बैंटिक


लॉर्ड विलियम बैंटिक 1828-1835 ई.
  • बैंटिक जे. मिल तथा बैंथम के विचारों से प्रभावित था।
  • 1833 ई. के चार्टर एक्ट द्वारा बंगाल के गवर्नर जनरल को भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया। इस प्रकार वह भारत का पहला गवर्नर जनरल बना।
  • राजा राममोहन राय के सहयोग से बैंटिक ने 1829 ई. में सती प्रथा को समाप्त कर दिया। बैंटिक ने इस प्रथा के खिलाफ कानून बनाकर 1829 ई. में धारा 17 के द्वारा विधवाओं के सती होने को अवैध घोषित कर दिया।
  • अकबर और मराठा पेशवाओं ने भी सती प्रथा पर रोक लगाने का अथक प्रयास किया था।
  • बैंटिक ने कर्नल स्लीमन की सहायता से 1830 ई. में ठगी प्रथा को समाप्त कर दिया।
  • सन 1835 ई. में उसने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज की स्थापना की।
  • मैकाले की अनुशंसा पर अंग्रेजी को शिक्षा का माध्यम बनाया गया।
  • मैकाले द्वारा कानून का वर्गीकरण भी किया गया।
  • बैंटिक ने 1831 ई. में मैसूर तथा 1834 ई. में कुर्ग को हड़प लिया।
  • इसके समय सरकारी सेवाओं में भेदभाव को समाप्त करने की घोषणा की गई।
  • बैंटिक ने कार्नवालिस द्वारा स्थापित प्रान्तीय अपीलीय तथा सर्किट न्यायालयों को बंद करवा दिया। इसका कार्य मजिस्ट्रेटों तथा कलेक्टरों में बांट दिया गया।
  • इसने न्यायालय में फारसी के स्थान पर स्थानीय भाषाओं के प्रयोग की अनुमति दी।
  • इसने भारतीयों को उत्तरदायी पदों पर नियुक्त किया।
  • उसने शिशु बालिका की हत्या पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
  • चार्ल्स मेटकॉफ 1835-36 ई.
  • इसने समाचार पत्रों से प्रतिबंध हटाया। इसे ‘समाचार पत्रों का मुक्तिदाता’ कहा गया है।
  • लॉर्ड ऑकलैण्ड 1836-42 ई.
  • 1839 ई. में इसने दिल्ली से कलकत्ता तक ग्रांड ट्रंक रोड की मरम्मत करवायी।
  • प्रथम आंग्ल-अफगान युद्ध (1838-42) युद्ध समाप्त हुआ एवं रणजीत सिंह तथा शाहशुजा के मध्य त्रिदलीय संधि सम्पन्न हुई।
  • लॉर्ड एलनबरो 1842-44 ई.
  • 1843 ई. के एक्ट-5 के द्वारा दास प्रथा का उन्मूलन इसी के समय हुआ।
  • उसके समय 1843 ई. में चार्ल्स नेपियर के नेतृत्व में सिंध का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय कर लिया गया।
  • कुशल अकर्मण्यता की नीति का सम्पादन लॉर्ड एलनबरो ने किया।

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