उत्तर भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन हब
- आईआईटी जोधपुर में लगभग 205 करोड़ रुपये की लागत से उत्तर भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन इनोवेशन क्लस्टर स्थापित किया जाएगा। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर बनने वाला यह क्लस्टर सालाना करीब 350 टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा। इस हाइड्रोजन की उत्पादन लागत 1 से 3 डॉलर प्रति किलोग्राम के बीच होगी। यह देश का चौथा ग्रीन हाइड्रोजन क्लस्टर होगा, जो उत्तरी भारत का प्रतिनिधित्व करेगा।
- देश में अन्य तीन ग्रीन हाइड्रोजन क्लस्टर भुवनेश्वर (पूर्व), पुणे (पश्चिम) और केरल (दक्षिण) में स्थापित किए जा रहे हैं। आईआईटी जोधपुर और राजस्थान सरकार के बीच हुए एमओयू के तहत पहले से ही परिसर में नवीकरणीय ऊर्जा से हाइड्रोजन उत्पादन पर कार्य शुरू हो चुका है।
