सौरमंडल


  • सूर्य, चंद्रमा खगोलीय पिंड कहलाते हैं।
  • कुछ खगोलीय पिंड बड़े आकार वाले तथा गर्म होते हैं।
  • ये गैसों से बने होते हैं।
  • इनके पास अपनी ऊष्मा तथा प्रकाश होता है, जिसे वे उत्सर्जित करते हैं। इन खगोलीय पिंडों को तारा कहते हैं।
  • सूर्य भी एक तारा है।
  • तारों के विभिन्न समूहों द्वारा बनाई गई विभिन्न आकृतियां नक्षत्रमंडल कहलाती हैं। अर्सा मेजर या बिग बीयर इसी प्रकार का एक नक्षत्रमंडल है।
  • आसानी से पहचाने जाने वाला नक्षत्रमंडल है, स्मॉल बीयर या सप्तर्षि। यह सात तारों का समूह है,जो कि एक बड़े नक्षत्रमंडल अर्सा मेजर का भाग है।
  • उत्तरी तारा उत्तर दिशा को बताता है। इसे ध्रुव तारा भी कहा जाता है।।
  • कुछ खगोलीय पिंडों में अपना प्रकाश एवं ऊष्मा नहीं होती है। वे तारों के प्रकाश से प्रकाशित होते हैं। ऐसे पिंड ग्रह कहलाते हैं।
  • ग्रह जिसे अंग्रेजी में प्लेनेट (Planet) कहते हैं ग्रीक भाषा के प्लेनेटाइ (Planetai) शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है परिभ्रमक अर्थात् चारों ओर घूमने वाले।
  • रोमन में ‘सोल’ सूर्य देवता को कहा जाता है। ‘सौर’ शब्द का अर्थ है, सूर्य से संबंधित। इसीलिए सूर्य के परिवार को ‘सौरमंडल’ (Solar System) कहा जाता है।
  • ज्योग्राफी एक अंग्रेजी शब्द है। यह ग्रीक भाषा से लिया गया शब्द है, जिसका अर्थ है, पृथ्वी का विवरण। यह दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना है, जिनमें ‘geo’ शब्द का अर्थ है पृथ्वी एवं ग्राफिया graphia का अर्थ है, लिखना।

ग्रह

  • हमारे सौरमंडल में आठ ग्रह हैं। सूर्य से दूरी के अनुसार, ग्रह हैंः बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेप्च्यून।
  • सूर्य से उनकी दूरी के अनुसार अंग्रेजी में ग्रहों के नाम याद रखने का आसान तरीका हैः MY VERY EFFICIENT MOTHER JUST SERVED US NUTS.
  • सौरमंडल के 8 ग्रह एक निश्चित पथ पर सूर्य का चक्कर लगाते हैं। ये दीर्घवृत्ताकार में फैले हुए हैं। ये कक्षा कहलाते हैं। बुध सूर्य के सबसे नजदीक है। अपनी कक्षा में सूर्य के चारों ओर एक चक्कर लगाने में इसे केवल 88 दिन लगते हैं।
  • शुक्र को पृथ्वी का जुड़वाँ ग्रह माना जाता है, क्योंकि इसका आकार एवं आकृति लगभग पृथ्वी के ही समान है।
  • अभी तक प्लूटो भी एक ग्रह माना जाता था। परन्तु अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संगठन ने अपनी बैठक (अगस्त 2006) में यह निर्णय लिया कि कुछ समय पहले खोजे गए अन्य खगोलीय पिण्ड (2003 UB 313, सिरस) तथा प्लूटो ‘बौने ग्रह’ कहे जा सकते हैं।
  • अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीले रंग की दिखाई पड़ती है, क्योंकि इसकी दो-तिहाई सतह पानी से
चंद्रमा 
  • पृथ्वी एक उपग्रह है, चंद्रमा। इसका व्यास पृथ्वी के व्यास का केवल एक-चौथाई है। यह इतना बड़ा इसलिए प्रतीत होता है, क्योंकि यह हमारे ग्रह से अन्य खगोलीय पिंडों की अपेक्षा नजदीक है। यह हमसे लगभग 3,84,400 किलोमीटर दूर है।
  • चंद्रमा पृथ्वी का एक चक्कर लगभग 27 दिन में पूरा करता है। लगभग इतने ही समय में यह अपने अक्ष पर एक चक्कर भी पूरा करता है। इसके परिणामस्वरूप पृथ्वी से हमें चंद्रमा का केवल एक ही भाग दिखाई पड़ता है। चंद्रमा की परिस्थितियाँ जीवन के लिए अनुकूल नहीं हैं। यहाँ न पानी है और न वायु। इसकी सतह पर पर्वत, मैदान एवं गड्ढे हैं जो चंद्रमा की सतह पर छाया बनाते हैं। पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पर इनकी छाया को देखा जा सकता है।

क्षुद्र ग्रह

  • तारों, ग्रहों एवं उपग्रहों के अतिरिक्त, असंख्य छोटे पिंड भी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। इन पिंडों को क्षुद्र ग्रह कहते हैं।
  • ये मंगल एवं बृहस्पति की कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं।

उल्कापिंड

  • सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले पत्थरों के छोटे-छोटे टुकड़ों को उल्कापिंड कहते हैं।
  • कभी-कभी ये उल्कापिंड पृथ्वी के इतने नजदीक आ जाते हैं कि इनकी प्रवृत्ति पृथ्वी पर गिरने की होती है। इस प्रक्रिया के दौरान वायु के साथ घर्षण होने के कारण ये गर्म होकर जल जाते हैं।
  • इस दौरान चमकदार प्रकाश उत्पन्न होता है। कभी-कभी कोई उल्का पूरी तरह जले बिना पृथ्वी पर गिरती है जिससे धरातल पर गड्ढे बन जाते है।

Q.1. किस ग्रह को पृथ्वी के जुड़वाँ ग्रह के नाम से जाना जाता है?
क. बृहस्पति          ख. शनि       ग. शुक्र
Q.2. सूर्य से तीसरा सबसे नजदीक ग्रह कौन-सा है?
क. शुक्र        ख. पृथ्वी           ग. बुध
Q.3. सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर किस प्रकार के पथ पर चक्कर लगाते हैं-
क. वृत्तीय पथ पर         ख. आयताकार पथ पर             ग. दीर्घवृत्ताकार
Q.4. ध्रुवतारे से किस दिशा का ज्ञान होता है-
क. दक्षिण          ख. उत्तर              ग. पूर्व
Q.5. क्षुद्र ग्रह किन कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं-
क. शनि एवं बृहस्पति            ख. मंगल एवं बृहस्पति           ग. पृथ्वी एवं मंगल
Ans. 1.ग, 2.ग, 3.ग, 4. ख, 5. ख


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