ज्वालामुखी

  • ज्वालामुखी से निकले धुलकण और रख के संगठित टुकड़े ‘टफ’ और स्कोरिया के संगठित कोणीय टुकड़े ‘ब्रेसिया’ कहलाते हैं।
  • मैक्सिको का पाराक्यूटिन, हवाई का मौनालोआ, इटली का विसुवियस और स्ट्राम्बोली केन्द्रीय उद्गार से बने शंकु या ज्वालामुखी पहाड़ हैं।
  • सयुंक्त राज्य अमेरिका का कोलंबिया और स्नेक पठार, भारत का दक्कन पठार, दक्षिणी अफ्रीका का पठारी भाग, जिसका किनारा ड्रेकेंस वर्ग पहाड़ के रूप में खड़ा है, अफ्रीका में अबीसीनिया पठार और दक्षिण अमेरिका का पराना पठार लावा पठार के उदाहरण हैं।
  • इटली का विसूवियस, सिसली का एटना, जापान का फ्यूजीशन, फिलिपीन का मेयन तथा यू. एस. ए. का रेनियर और क्रूड मिश्रित शंकु ज्वालामुखी पर्वत है।
  • भूमध्य सागर के किनारे एटना ज्वालामुखी सक्रिय ज्वालामुखी है।
  • भारत में बैरन द्वीप सक्रिय ज्वालामुखी का उदाहरण है।
  • संसार का सबसे ऊँचा पर्वत सक्रिय ज्वालामुखी कोटापैक्सी (द. अमेरिका) है।
  • जापान का फ्यूजीशन प्रसुप्त ज्वालामुखी है, जिसमे कभी भी विस्फोट हो सकता है।
  • धुँआरे ज्वालामुखी की सक्रियता के अंतिम लक्षण माने जाते हैं। धुआँरे का विस्तृत क्षेत्र अलास्का में कटकई ज्वालामुखी के समीप है, जिसे दस हजार धुआँरे की घाटी भी कहते हैं।
  • येलोस्टोन पार्क, आइसलैंड और न्यूजीलैंड मुख्य रूप से संसार के 3 प्रधान ग्रेसर क्षेत्र हैं।


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