जिला स्तर पर प्रथम रहने वाली बालिकाओं को मिलेगा पद्माक्षी पुरस्कार

जिला स्तर पर प्रथम रहने वाली बालिकाओं को मिलेगा पद्माक्षी पुरस्कार

जयपुर। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 8, 10 एवं 12 की परीक्षाओं में जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को सत्र 2017-18 से ज्ञान, साहित्य, कला और स्वर की देवी के नाम पर पद्माक्षी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि सामान्य, अनुसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग, बीपीएल एवं निशक्त वर्ग की प्रत्येक जिले में ऎसी बालिकाएं जिन्हाेंने बोर्ड परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, उन्हें राज्य सरकार द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुरस्कार स्वरूप कक्षा 8 की बोर्ड परीक्षा में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका को 40 हजार रुपये, कक्षा 10 में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका को 75 हजार रुपये तथा 12वीं में जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को एक लाख रुपये राशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कक्षा 8 (संस्कृत विभाग), प्रवेशिका एवं वरिष्ठ उपाध्याय की  बोर्ड परीक्षा में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को भी यह पुरस्कार  दिया जावेगा।

श्री देवनानी ने बताया कि जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका को इस पुरस्कार के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। किसी भी वर्ग में समान अंक प्राप्त करने वाली एक से अधिक बालिकाएं होंगी तो सभी को पुरस्कार राशि एवं प्रमाण पत्र दिये जायेंगे। कक्षा 12वीं की कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय को मिलाकर इनमें सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली बालिका को पुरस्कार के लिए पात्र माना जायेगा। पुरस्कार बसंत पंचमी को प्रत्येक जिले में जिला मुख्यालय पर समारोह पूर्वक प्रदान किया जायेगा।

श्री देवनानी ने बताया कि पद्माक्षी पुरस्कार बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपना अध्ययन नियमित रखने पर ही दिया जाएगा। कक्षा 12वीं एवं वरिष्ठ उपाध्याय की बालिकाओं को पुरस्कार राशि के अतिरिक्त स्कूटी भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार योजना से राजकीय विद्यालयों के साथ ऎसे निजी विद्यालय जिन्होंने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त की हुई है, उन्हें भी सम्मिलित किया गया है।

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