DivanshuGeneralStudyPoint.in
  • Home
  • Hindi
  • RPSC
  • _Economy
  • _Constitution
  • _History
  • __Indian History
  • __Right Sidebar
  • _Geography
  • __Indian Geography
  • __Raj Geo
  • Mega Menu
  • Jobs
  • Youtube
  • TET
HomeB.A History

स्वदेशी आंदोलन की उत्पत्ति की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। जनसमूह इससे कैसे सम्बद्ध हुआ?

byDivanshuGS -December 09, 2018
0
स्वदेशी आंदोलन की उत्पत्ति की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। जनसमूह इससे कैसे सम्बद्ध हुआ?

  • 1905 ई. में बंग-भंग विरोध के लिए स्वदेशी और बहिष्कार का विचार कोई नया नहीं था। अमेरिका, आयरलैण्ड और चीन की जनता ने उसे पहले ही अपना लिया था। भारतीय उद्योग के विकास के लिए शुद्ध आर्थिक साधन के रूप में स्वदेशी का आह्वान महाराष्ट्र में रानाडे तथा बंगाल में नवगोपाल मित्र तथा टैगोर परिवार के लोग पहले ही कर चुके थे। तिलक ने 1896 में सम्पूर्ण बहिष्कार आंदोलन का नेतृत्व किया। विभाजन विरोधी आंदोलन से इन पुरानी अवधारणाओं को नयी शक्ति मिली।
  • 7 अगस्त 1905 को कलकत्ता के ‘टाउन हाल’ में एक ऐतिहासिक बैठक में स्वदेशी आन्दोलन की विधिवत घोषणा की गई।
  • 7 अगस्त की बैठक में ऐतिहासिक ‘बहिष्कार प्रस्ताव’ पारित हुआ। इस सभा के बाद प्रतिनिधि आंदोलन के विस्तार के लिए पूरे बंगाल में फैल गये।
  • लोगों से मैनचेस्टर के कपड़े और लिवरपूल के नमक के बहिष्कार की अपील करने लगे। 
  • 16 अगस्त, 1905 को, जब विभाजन लागू हुआ पूरे बंगाल में ‘शोक दिवस’ मनाया गया। लोगों ने उपवास रखे तथा एकता प्रदर्शन के लिए रक्षा बंधन के अवसर पर हिन्दू-मुसलमानों ने एक-दूसरे को राखी बांधी और गंगा में जाकर स्नान किया।
यह भी पढ़े - बंगाल विभाजन और स्वदेशी आंदोलन
  • टैगोर का ‘आमार सोनार बंग्ला’ तथा ‘वन्दे मातरम्’ तो आंदोलन के प्रतीक बन गये थे। नरपंथियों के विरोध के बावजूद स्वदेशी आंदोलन बंगाल के बाहर विस्तृत हुआ। बंगाल के बाहर मुंबई, मद्रास तथा आधुनिक उत्तर प्रदेश में इसका विस्तार हुआ। इसके तहत स्वदेशी शिक्षा एवं स्वदेशी उद्योग का व्यापक विकास हुआ। पी.सी. राय का बंगाल कैमीकल्स स्टोर्स तथा अरविन्द घोष की राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसके प्रमुख उदाहरण है।
  • जहां तक जनसमूह की स्वदेशी आंदोलन से सम्बन्धता के कारणों का प्रश्न है, इसका सर्वप्रमुख कारा है बंग-भंग से बंगाल की जन-भावना को काफी ठेस पहुंचना। दूसरा पहलू यह हे कि भारत में राष्ट्रवाद का विकास धीरे-धीरे मजबूत हो रहा था। 
  • फलतः आंदोलन में छात्रों, स्त्रियों, मुसलमानों तथा आम जनता ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। लोग अब यह समझने लगे थे कि साम्राज्यवादी नीतियां किस प्रकार से देश की आम जनता को प्रभावित कर रही है। ऐसी परिस्थितियों में साम्राज्यवाद के विरोध करने का उत्तरदायित्व केवल राजनैतिक नेताओं का ही नहीं हो सकता थां परिणामस्वरूप जब बंभ-भंग एवं स्वदेशी आंदोलन प्रारंभ हुआ तो जनता ने खुलकर इसमें अपनी भागीदारी निभायी।


Tags: B.A History RAS Main Exam
  • Facebook
  • Twitter
You may like these posts
Post a Comment (0)
Previous Post Next Post

Popular Posts

Hindi

हिंदी निबन्ध का उद्भव और विकास

मारवाड़ प्रजामण्डल

राजस्थान राज्य खनिज विकास निगम (RSMDC)

Geography

Comments

Main Tags

  • Aaj Ka Itihas
  • Bal Vikas
  • Computer
  • Earn Money

Categories

  • BSTC (2)
  • Bharat_UNESCO (1)
  • Exam Alert (27)

Tags

  • Biology
  • Haryana SSC
  • RAS Main Exam
  • RSMSSB
  • ras pre

Featured post

Nagpur Students Changing the World नागपुर के छात्र दुनिया बदल रहे हैं

DivanshuGS- December 03, 2025

Categories

  • 1st grade (29)
  • 2nd Grade Hindi (6)
  • 2nd Grade SST (31)
  • Bal Vikas (1)
  • Current Affairs (136)
  • JPSC (5)

आगामी परीक्षाओं का सिलेबस पढ़ें

  • 2nd Grade Teacher S St
  • राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती एवं सिलेबस
  • भूगोल के महत्वपूर्ण टॉपिक
  • RAS 2023 सिलेबस
  • संगणक COMPUTER के पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा SYLLABUS
  • REET के महत्वपूर्ण टॉपिक और हल प्रश्नपत्र
  • 2nd Grade हिन्दी साहित्य
  • ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती 2021
  • विद्युत विभाग: Technical Helper-III सिलेबस
  • राजस्थान कृषि पर्यवेक्षक सीधी भर्ती परीक्षा-2021 का विस्तृत सिलेबस
  • इतिहास
  • अर्थशास्त्र Economy
  • विज्ञान के महत्वपूर्ण टॉपिक एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  • छत्तीसगढ़ राज्य सेवा प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा सिलेबस
DivanshuGeneralStudyPoint.in

About Us

विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भारत एवं विश्व का सामान्य अध्ययन, विभिन्न राज्यों में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्थानीय इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, करेंट अफेयर्स आदि की उपयोगी विषय वस्तु उपलब्ध करवाना ताकि परीक्षार्थी ias, ras, teacher, ctet, 1st grade अध्यापक, रेलवे, एसएससी आदि के लिए मुफ्त तैयारी कर सके।

Design by - Blogger Templates
  • Home
  • About
  • Contact Us
  • RTL Version

Our website uses cookies to improve your experience. Learn more

Ok

Contact Form