हड़प्पाई जनों का पश्चिम-एशिया से सम्पर्क का वर्णन कीजिए?



  • हड़प्पाई जनों का पश्चिम-एशिया से सम्पर्क अपेक्षाकृत व्यापारिक संबंध के रूप में अधिक था। भू-जल दोनों मार्गों से मेसोपोटामिया, पूर्वोत्तर फारस, अफगानिस्तान, बलूचिस्तान आदि से आयात-निर्यात होता था। 
  • पश्चिम एशिया से तांबा, टिन, नीलमणि आदि आयात होती थी। यहां से मोहरे, मोती, हाथीदांत के कंघे और आभूषण मिट्टी के पात्र निर्यात होते थे। बहुत सी हड़प्पाई मोहरे मेसोपोटामिया से प्राप्त हुई है जिनसे प्रमाणित होता है कि हड़प्पावासियों की बेलनाकार मोहरे प्राप्त हुई है।

चार प्राक-हड़प्पाई पुरातात्विक स्थलों के नाम बताइये?

  • कालीबंगा, बनावली, कोट्टीजी, आमरी


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