राजस्थान में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का विकल्प देती भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना


  • राजस्थान के इतिहास के महान दानवीर भामाशाह के नाम पर शुरू भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारम्भ 13 दिसंबर 2015 राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा किया गया। इस योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों को कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। 
  • यही नहीं राजस्थान में जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्राइवेट अस्पतालों से भी बिना किसी संदेह के समझौता कर कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान करने में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को जरा भी झिझक नहीं हुई। क्योंकि उनका इरादा साफ था पर इस निश्चय को आमजनता और प्रशासनिक वर्ग का सहयोग चाहिए ताकि कोई भी इस योजना से वंचित न रह सके। राज्य के लोगों के स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च को कम करना व सरकारी अस्पतालों पर निर्भरता को कम करना, इस योजना का उद्देश्य  है।


  • सरकार किसी भी पार्टी की हो वह कार्य लोगों के फायदे के लिए ही करती है, किन्तु कुछ अपवाद ऐसे होते हैं जो अपने निजी स्वार्थों को सर्वोपरि मानकर सरकार के उद्देश्य को दिशाविहीन कर देते हैं। जिसमें सरकार के कुछ लोग, विपक्ष के लोग, अधिकारी वर्ग और आमजन में से महत्त्वाकांक्षी लोग वे किसी भी सरकार के अच्छे कार्यों को कभी सही अर्थों में जरुरतमंदों तक पहुंचने ही नहीं देते हैं। यही वजह है जब वर्तमान सरकार अपने हर कार्य में आमजन का हित देखती है और उसी के अनुरूप योजना को स्वरूप प्रदान करती है। 


  • सरकार ने आमजन को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए भामाशाह योजना को बड़े पैमाने पर लागू करने के लिए इस योजना में प्राइवेट अस्पतालों को भी जोड़ा गया है। जिसका उद्देश्य साफ था कि यदि किसी को स्वास्थ्य सेवाओं की अतिआवश्यकता है तो वह सरकारी अस्पताल न मिलने की स्थिति में इस योजना के अंतर्गत आने वाले प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज बिल्कुल निःशुल्क करवाकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सके। 


  • इससे ज़्यादा आमजन को और क्या चाहिए किन्तु कुछ प्राइवेट अस्पताल व शातिर लोग इस योजना का दुरुपयोग कर रहे हैं जबकि सरकार की नियत साफ तौर पर सही दिशा में है। ऐसे में अब किसे दोष दे, कि आमजन का हक ये लोग अपने स्वार्थों की पूति के लिए कर रहे हैं।
  • एक ओर यही लोग समाज में व्याप्त अपराध एवं लोगों की दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करता है दूसरी ओर यही बौद्धिक वर्ग अपने निजी स्वार्थों के खातिर सरकार की जनोपयोगी योजनाओं को नाकाम करार देने की कोशिश में है। 


स्वास्थ्य बीमा के लिए पात्रताः-


  • इस योजना का पात्र वह व्यक्ति होगा जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल परिवार के सदस्य इस योजना का लाभ लेने के पात्र हैं।


योजना का फायदाः-


  • इस योजना में प्रत्येक पात्र परिवार को हर साल सामान्य बीमारियों के लिए 30 हज़ार तथा गम्भीर बीमारियों के लिए 3 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध करवाया जा रहा है। यही नहीं इसमें अस्पताल में भर्ती के दौरान हुए खर्च के अलावा भर्ती से 7 दिन पहले से 15 दिन बाद तक का खर्च शामिल किया जाता है। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कॉल सेंटर बनाया जा रहा है। इसके अलावा मोबाइल ऐप द्वारा मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है। न्यू इंडिया इन्शोरेंस कम्पनी से इसका अनुबन्ध किया गया है।


बीमारियों का बढ़ाया दायराः-


  • इस योजना में प्रारम्भ में 1715 बीमारियों को शामिल किया गया है। बाद में इनके अतिरिक्त नेफ्रोलॉजी, गेस्ट्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी तथा साइकियाट्री सहित 300 से अधिक स्पेशियलिटी उपचार के नए पैकेज भी जोड़े जाएंगे।


योजना का लाभ लेना है आसानः-


  • इस योजना का लाभ दिलाने के लिए किसी भी अस्पताल में भर्ती के समय वहां उपस्थित ‘स्वास्थ्य मार्गदर्शक’ मरीज़ और परिजनों की मदद करते हैं। योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को अपना भामाशाह कार्ड अस्पताल प्रशासन को देना होता है। उसके बाद की सारी प्रक्रिया की ज़िम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की होती है।


  • मैं एक आम नागरिक होने के नाते सभी से निवेदन करता हूं कि जब सरकार का इरादा लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना है तो हम केवल अपने स्वार्थों के खातिर भ्रष्टाचार को बढ़ावा न दे और सरकार को अपने हित में ही माने क्योंकि कोई सी पार्टी की सरकार हो वह लोगों के हित में काम करती है। बस हमें सिर्फ उसे समय-समय पर जिम्मेदारियों का बोध कराते रहना चाहिए।


राकेश सिंह राजपूत




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